Makar Sankranti किसे कहते हैं ?
दरअसल खगोलशास्त्रियों के अनुसार, जिस दिन सूरज अपनी कक्षा में परिवर्तन करते हैं, और दक्षिणायन से उत्तरायण होते हुए मकर राशि में प्रवेश करते हैं। यानि जिस दिन सूरज को का कक्ष परिवर्तन होता है, उसे संक्रांति कहा जाता है। इस दिन की सबसे बड़ी खूबी होती है, कि इस दिन से दिन बड़ा और रात छोटे होने लगती है।
शास्त्र बताते हैं कि उत्तरायण की अवधि को देवताओं का दिन तथा दक्षिणायन की अवधि को देवताओं का रात कहा जाता है। हिंदू धर्म में मकर संक्रांति से पहले एक माह तक खर मास माना जाता है। धर्मगुरु और पंडित बताते हैं कि इस माह में लोगों को नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। खास करके इस माह में शादी ब्याह जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।
यानि दिसंबर 14 या 15 के बाद से जनवरी 14 या 15 तक करीब एक माह का समय जो होता है। वह खरमास के रूप में रहता है। सभी प्रकार के शादी विवाह इसमें बंद रहते हैं। हालांकि कुछ पंडित मानते हैं कि चुकी इसी माह में पुरुषोत्तम श्री राम का विवाह हुआ था, और उनकी शादीशुदा जिंदगी काफी परेशानियों से गुजरी थी। इसलिए खास करके खर मास में किसी तरह का शादी विवाह नहीं करना चाहिए। हालांकि आजकल देखने को मिल रहा है। इस माह में कई तरह के जग और अनुष्ठान हो रहे हैं। बहरहाल आज हम मकर संक्रांति की केवल बात करेंगे।
इस साल किस दिन को है Makar Sankrant
यदि आप सभी को याद होगा तो पिछले साल 2023 और उससे भी पिछले साल 2022 में भी 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति मनाया गया था। इस साल भी सोमवार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाया जाएगा। काशी पंचांग के अनुसार सोमवार 15 जनवरी को सुबह करीब 8:42 पर सूर्य, धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस कारण इसी दिन मकर संक्रांति मनाया जाएगा।
Makar Sankrant पर स्नान दान की विधि
पंडित बताते हैं मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान की विधि का विशेष महत्व होता है। पंडित जी कहते हैं, इस दिन दान देने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, तथा अक्षय फल की प्राप्ति होती है। इस दिन किए गए दान का इतना महत्व है, कि जाने अनजाने कई जन्मों के पाप का भी नाश हो जाता है।
यदि गंगा स्नान करने की व्यवस्था न हो तो-
इस Makar Sankrant दिन घर पर ही स्नान किया जा सकता है। बशर्ते स्नान करने वाले जल पात्र में गंगाजल की कुछ बूंदें मिलाकर उससे स्नान करना उचित होता है। शायद आप सब जानते होंगे, आजकल हर एक डाकघर में भारत सरकार की डाक विभाग की तरफ से गंगाजल बहुत ही कम कीमत पर उपलब्ध कराया जा रहा है। वहां से आप आसानी से खरीद सकते हैं, और नहाने वाले पानी के पात्र में गंगाजल की कुछ बूंदें डालकर नहा सकते हैं।
Makar Sankrant के दिन किस चीज का दान किया जाए-
दान करने के लिए किसी तरह की पाबंदी नहीं होती है। आप अपनी शक्ति और सामर्थ्य के अनुसार किसी भी चीज का दान कर सकते हैं। लेकिन मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा स्नान करने के बाद कंबल, घी, तिल, लड्डू, मिठाई, वस्त्र, आदि दान देना सर्वोत्तम माना गया है।
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