पटना : बिहार शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव के.के.पाठक आज विवादों में इस कदर फस गए हैं, कि लगता है, उनकी बनी, बनाई इज्जत मिट्टी में मिलने वाली है। इतना ही नहीं आरोप लगाने वाले व्यक्ति ने धमकी दी है, कि यदि बिहार सरकार एवं सीएम नीतीश कुमार इस मामले में के.के.पाठक को तलब नहीं करते हैं तो आरोप कर्ता न्यायालय के शरण में जाएंगे, और के.के.पाठक को जेल भेज कर ही दम लेंगे।
मुख्य सचिव के.के.पाठक पर आरोप लगाने वाला व्यक्ति भी कोई साधारण व्यक्ति नहीं। बल्कि आईएमए यानी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ अजय कुमार है। डॉक्टर अजय कुमार ने आरोप लगाया है, कि बिहार शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव के.के.पाठक ने उन्हें फोन करके बड़ी-बड़ी गालियां दी है। उन्होंने कहा है कि इसकी शिकायत वह बिहार राज्य सचिव, एवं सीएम नीतीश कुमार से भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि नीतीश कुमार इस पर एक्शन नहीं लेते हैं, तो बहुत जल्द पाठक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करेंगे।
दरअसल मामला आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) की पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार के यूट्यूब पर इंटरव्यू से संबंधित है। इस मामले में पिछले साल 8 सितंबर 2022 को डॉक्टर अजय कुमार द्वारा दिए गए, एक इंटरव्यू से जुड़ा है। इस इंटरव्यू में डॉक्टर अजय कुमार ने के.के.पाठक को मनोचिकित्सक के हिसाब से एक मानसिक बीमार आदमी बताया था। इसी इंटरव्यू को लेकर, इधर 25 दिसंबर 2023 को के.के.पाठक ने फोन करके भद्दी-भद्दी, गालियां दी।
उस दिए गए इंटरव्यू में यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर अजय कुमार ने के.के.पाठक के काम करने के तौर तरीके का मेडिकल एनालिसिस करते हुए कहा था, कि के.के.पाठक में इल्यूजन, डिल्यूजन जैसे लक्षण है। जिसे मेडिकल साइंस मानसिक रूप से बीमार मानता है। यानी उस इंटरव्यू में के.के.पाठक के कामकाज के तौर-तरीकों के विश्लेषण करके मानसिक रूप से बीमार बताया था।
जिसको लेकर 25 दिसंबर को सुबह 10:30 बजे के.के.पाठक ने डॉक्टर अजय कुमार को फोन किया। फोन पर मुख्य सचिव के.के.पाठक ने पूरी तरह से कंफर्म किया, कि फोन के दूसरे साइट डॉ अजय कुमार ही है। जब पाठक कंफर्म हो गए कि उनकी बात डॉक्टर अजय कुमार से हो रही है, तो उन्होंने इंटरव्यू पर सवाल किया। इस पर डॉक्टर अजय ने कहा कि हां, एक इंटरव्यू काफी दिन पहले दिया था । इसके बाद तो के.के.पाठक ने भद्दी-भद्दी गालियों की बौछार शुरू कर दी।
इस पर डा० अजय कुमार बताते हैं, कि दरअसल 25 दिसंबर को वो परिवार के साथ छुट्टियां मनाने के लिए केरल गए थे। जब पाठक फोन पर गालियां दे रहे थे, तो डॉक्टर अजय कुमार परिवार एवं बच्चों के साथ बैठे थे। क्योंकि बच्चे गलियां ना सुने, इसलिए उन्होंने फौरन फोन काट दिया।
इसके बाद डॉक्टर अजय ने कहा कि के.के.पाठक को इंटरव्यू पर आपत्ति थी, तो एक साल पहले से भी पुरानी बात है। उन्हें लीगल नोटिस करनी चाहिए। इस तरह फोन करके गालियां देने से हमारी प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है। इसके लिए वह के.के.पाठक को माफ नहीं करेंगे। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे कराएंगे।
0 टिप्पणियाँ