Manish Kashyap dhori chata,
पटना : यूट्यूब मनीष कश्यप पर एनएसए की धारा लगा दी गई, तथा उन्हें जेल भेज दिया गया। जब मनीष कश्यप के गिरफ्तारी हुई, .कई अन्य यूट्यूब पर के साथ बिहार एवं देश के हजारों जनता ने विरोध किया। उनके समर्थन में कई संगठन और कई पॉलिटिकल पार्टियों खड़ी हो गई।
सब कुछ होने के बावजूद चुकी मामला एनएसए का था। उन्हें पटना बेऊर जेल में डाल दिया गया। इस बीच मार्च से लेकर दिसंबर तक करीब 9 माह में फेसबुक क्रिएटर कई युटयुबर्स की दुकानें मनीष कश्यप के नाम पर चलती रही। कई गायक और गायिकाएं भी अपने सितारे चमकते रहे। इन सभी लोगों के घर का चूल्हा मनीष कश्यप के नाम पर जलती रही।
इधर मनीष कश्यप के रिहाई 23 दिसंबर को होती है। उनके रिहाई के अवसर पर फिर कई गायक, गायिकाएं भोजपुरी लोकगीत में उनका स्वागत गीत गाएं हैं। "मां रिकॉर्डिंग स्टूडियो मोतिहारी" में एक गायिका मनीषा राज ने भी स्वागत गीत गया। लेकिन वह गाना चला नहीं। इसके बाद मनीषा के गीत लेखक नूर आलम ने एक विवादित शब्दों का प्रयोग करके गाना लिखा। इस भोजपुरी गाने का मुखड़ा है- "दुनिया के सेवा, संस्कार गइल छोड़ी के! आता ना चाट लअ मनीष कश्यप ढोरी के !!" मनीषा राज ने जैसे ही यह गाना गाया। गाना रिलीज के 2 से 3 दिनों में गाने का व्यूज मिलियन पार कर गया।
ज्यों ही वह गाना वायरल हुआ।उसके बाद से अपने को तथा कथित पत्रकार करने वाले फेसबुक और यूट्यूब पर काम करने वाले क्रिएटर उस लड़की को तंग करना शुरू कर दिए।
यह बहुत बड़ी सच्चाई है कि इन उचक्के माइक धारी को नहीं मनीष कश्यप के इज्जत प्रतिष्ठा की चिंता है, नहीं यह लोग बड़े ही सामाज सुधारक व्यक्ति हैं। ये लोग ना ही समाज के कुरीतियों को खत्म करने का प्राण लिए हैं। यह लोग भी ऐसे गाने निकलने के फिराक में रहते हैं। इतना ही नहीं बहुत यूट्यूब पर तो खुद ही ऐसे गाने गाने के लिए गायको को प्रोत्साहित करते हैं। जब गायक, गायिका ऐसे गाने गा देते हैं। तो ये लोग सेटिंग करके इंटरव्यू लेकर अपना व्यूज बढ़ाने का काम करते हैं। यह इसलिए कि इनको सोशल प्लेटफॉर्म पर मोटी कमाई हो सके
गायिका का बायोडाटा इस प्रकार है
स्वर : मनीष राज
गीत/संगीत : नूर आलम राज
निर्माता : सुनील सावन
डिजाइन : श्याम देहाती
रिकॉर्डिंग : मां रिकॉर्डिंग स्टूडियो मोतिहारी
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